पालतू बिल्ली की मौत के बाद महिला ने किया अनोखा कदम, लोग बोले- ये प्यार है या पागलपन?
पालतू जानवर केवल साथी ही नहीं होते, बल्कि परिवार के सदस्य जैसे बन जाते हैं। उनके साथ बिताए गए लम्हें, उनके नखरे और मासूमियत हर मालिक के दिल में गहरी जगह बना लेते हैं। इसलिए जब कोई पालतू जानवर दुनिया छोड़ देता है, तो उसका दुख इंसान को भीतर तक तोड़ देता है। ऐसा ही कुछ न्यूयॉर्क की एक महिला के साथ हुआ, लेकिन इस महिला ने अपनी पालतू बिल्ली की मौत के बाद ऐसा अनोखा कदम उठाया, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। https://www.newsrohit.com/ बिल्ली की मौत के बाद उसने उसे फ्रीज-ड्राई कर सुरक्षित रखा।
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महिला और उसकी प्यारी बिल्ली
न्यूयॉर्क की रहने वाली मेघन रिले नामक महिला पेशे से बॉडी पियर्सर हैं। उनकी जिंदगी में उनकी काली बिल्ली सबसे खास साथी थी। मेघन उसके साथ खेलतीं, बातें करतीं और उसे अपने परिवार का हिस्सा मानती थीं। जब यह बिल्ली अचानक चल बसी, तो मेघन को ऐसा लगा मानो उनकी दुनिया उजड़ गई हो।
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परंपराओं से हटकर लिया गया फैसला
आमतौर पर जब किसी पालतू की मौत होती है, तो लोग उन्हें दफना देते हैं या धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार कर देते हैं। लेकिन मेघन ने यह रास्ता नहीं अपनाया। उन्होंने अपनी प्यारी बिल्ली को खोने के बाद यह ठान लिया कि वह उसे हमेशा अपने पास रखेंगी। https://www.newsrohit.com/
इसी सोच के तहत उन्होंने बिल्ली को फ्रीज-ड्राई कराने का फैसला किया।
फ्रीज-ड्राई प्रक्रिया क्या है?
फ्रीज-ड्राई एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसमें मृत शरीर को ठंडे तापमान पर सुखाकर लंबे समय तक सुरक्षित रखा जाता है। इस प्रक्रिया से शरीर में मौजूद नमी को हटा दिया जाता है, जिससे उसका आकार और रूप लगभग पहले जैसा ही बना रहता है।
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मेघन ने यही तरीका अपनाया और अपनी बिल्ली के शरीर को फ्रीज-ड्राई करवा लिया। अब उनकी बिल्ली एक खास बॉक्स में हमेशा उनके पास मौजूद रहती है। उनके लिए यह बॉक्स सिर्फ यादों का प्रतीक नहीं, बल्कि दिल का सुकून है। https://www.newsrohit.com/
कानूनी पहलू
कई लोग यह सोच सकते हैं कि क्या ऐसा करना कानूनी है। विशेषज्ञों के अनुसार, पालतू जानवर को फ्रीज-ड्राई करवाना पूरी तरह से कानूनी है। बस यह शर्त है कि जानवर कोई संरक्षित या अवैध प्रजाति का न हो। इस प्रक्रिया का इस्तेमाल कई देशों में लोग अपने पालतू जानवरों को यादों के रूप में सुरक्षित रखने के लिए करते हैं।
यह कदम प्यार और लगाव का प्रतीक माना जा रहा है।
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लोगों की प्रतिक्रियाएँ
इस घटना के सामने आने के बाद लोग दो हिस्सों में बंट गए।
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समर्थन करने वाले लोग कहते हैं कि यह महिला का अपनी बिल्ली के प्रति सच्चा प्यार है। उनके लिए यह सिर्फ एक जानवर नहीं, बल्कि जीवन का अहम हिस्सा थी। इसलिए अगर वह उसे इस तरह अपने पास रख रही हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं। https://www.newsrohit.com/
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विरोध करने वाले लोग इसे असामान्य और डरावना मानते हैं। उनका कहना है कि मरने के बाद किसी जानवर को इस तरह सुरक्षित रखना इंसानी स्वभाव से परे है और यह जुनून का रूप भी ले सकता है।
प्यार या जुनून – बड़ा सवाल
मेघन रिले का यह फैसला दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह हमें सोचने पर मजबूर करता है कि प्यार की असली परिभाषा क्या है। क्या यह सिर्फ यादों तक सीमित रहना चाहिए या फिर किसी भी रूप में हमेशा साथ बने रहने की चाहत को भी स्वीकार करना चाहिए? https://www.newsrohit.com/
पालतू जानवर और इंसान के बीच का रिश्ता बहुत गहरा और भावनात्मक होता है। मेघन रिले ने अपनी बिल्ली को फ्रीज-ड्राई करवाकर यह दिखा दिया कि इंसान अपने पालतू से कितना जुड़ सकता है। कुछ लोग इसे प्यार मानते हैं, तो कुछ लोग पागलपन। लेकिन सच्चाई यह है कि हर इंसान अपने तरीके से अपने पालतू को याद रखता है—किसी के लिए यह तस्वीरों और यादों में होता है, और किसी के लिए हमेशा पास रहने की चाहत में।
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती, और इंसान अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। https://www.newsrohit.com/
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