हरियाणा में दर्दनाक घटना: मंत्री के आवास पर तैनात कांस्टेबल की संदिग्ध मौत
हरियाणा के गुरुग्राम से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। राज्य के वरिष्ठ मंत्री राव नरबीर सिंह के सरकारी आवास पर तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की अचानक मौत हो गई। इस घटना ने पूरे पुलिस विभाग और स्थानीय लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है। https://www.newsrohit.com/
गुरुग्राम में मंत्री आवास पर तैनात पुलिसकर्मी जगबीर सिंह की संदिग्ध मौत।https://www.newsrohit.com/2025/09/sonam-kapoor-comeback-6.html
मृतक कांस्टेबल कौन थे?
मृतक कांस्टेबल की पहचान जगबीर सिंह के रूप में हुई है। उनकी उम्र लगभग 49 साल बताई जा रही है। जगबीर सिंह लंबे समय से हरियाणा पुलिस का हिस्सा रहे और ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी माने जाते थे। परिवार और साथियों का कहना है कि वे हमेशा अपने काम को प्राथमिकता देते थे और ड्यूटी के प्रति पूरी तरह समर्पित रहते थे।
घटना कैसे हुई ?
बताया जा रहा है कि घटना रात करीब ढाई बजे (2:30 am)। कांस्टेबल जगबीर सिंह गार्ड रूम में मौजूद थे। उसी दौरान अचानक गोली चलने की आवाज़ सुनाई दी। जब साथी पुलिसकर्मी मौके पर पहुँचे तो कांस्टेबल गंभीर अवस्था में पड़े थे। तुरंत उन्हें नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
https://www.newsrohit.com/2025/09/blog-post_22.html
पुलिस की शुरुआती जांच
पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुँचकर जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में यह मामला आत्महत्या की आशंका से जोड़ा जा रहा है। हालांकि पुलिस ने साफ कहा है कि मौत का असली कारण तभी सामने आएगा जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल जाएगी।
फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और परिवार से भी पूछताछ की जा रही है।
परिवार का दुख और सवाल
इस दर्दनाक घटना ने मृतक कांस्टेबल के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। परिवारजन का कहना है कि जगबीर सिंह किसी बड़ी परेशानी से जूझ नहीं रहे थे। वे घर पर सामान्य जीवन जी रहे थे और ड्यूटी पर भी पूरी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
परिवार का सवाल साफ है
https://www.newsrohit.com/2025/09/2025-vhp.html
मंत्री का भी बयान आया सामने
इस घटना के बाद हरियाणा सरकार के मंत्री राव नरबीर सिंह ने गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल जगबीर सिंह एक मेहनती और ईमानदार पुलिसकर्मी थे। मंत्री ने परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया।
क्यों ज़रूरी है पूरी सच्चाई सामने आना
यह घटना कई सवाल खड़े करती है—क्या यह आत्महत्या है या किसी और वजह से मौत हुई है?
अगर आत्महत्या है तो आखिर एक अनुभवी पुलिसकर्मी को इतना बड़ा कदम उठाने पर क्यों मजबूर होना पड़ा?
क्या ड्यूटी का तनाव या व्यक्तिगत परेशानी इसका कारण थी?
इन सवालों का जवाब तभी मिलेगा जब पुलिस की गहन जांच पूरी होगी।
