दिल्ली: Rau's IAS सेंटर हादसे की जांच के बाद दो अधिकारियों के निलंबन को LG ने दी मंजूरी
दिल्ली की एक प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बाद अब जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना ने इस मामले में दो अधिकारियों के निलंबन को मंजूरी दे दी है। यह फैसला हादसे की जांच रिपोर्ट आने के बाद लिया गया है, जिसमें इमारत की सुरक्षा में गंभीर लापरवाहियां सामने आई हैं।
दिल्ली: Rau’s IAS सेंटर हादसा, LG ने दो अधिकारियों को निलंबित कियाक्या हुआ था हादसे में?
बीते महीने, करोल बाग स्थित Rau's IAS Study Circle की इमारत में अचानक एक बड़ा शीशा गिर गया था। यह शीशा छात्रों के बैठने वाले एक क्लासरूम के ठीक ऊपर लगा हुआ था। सौभाग्य से उस समय कक्षा खाली थी, नहीं तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। इस घटना ने इमारत की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया और प्रशासन ने तुरंत इसकी जांच शुरू कर दी।
जांच में क्या-क्या सामने आया?
जांच अधिकारियों ने पाया कि इमारत का रख-रखाव ठीक ढंग से नहीं किया गया था। खासतौर पर, लगे हुए शीशों और अन्य संरचनात्मक हिस्सों की नियमित जांच का कोई सिस्टम नहीं था। जांच रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया कि यह हादसा एक प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा था और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी उप-भवन निरीक्षक और सहायक अभियंता थे।
LG ने क्या कार्रवाई की?
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को निलंबित करने की मंजूरी दे दी। एलजी के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है। ऐसी किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हादसे के बाद क्या हालात रहे?
हादसे के बाद कोचिंग सेंटर को कुछ दिनों के लिए बंद करना पड़ा था। साथ ही, पूरी इमारत की एक विस्तृत सुरक्षा जांच की गई ताकि भविष्य में ऐसी कोई और घटना न हो। कोचिंग प्रबंधन ने भी सुरक्षा मानकों को पूरा करने का भरोसा दिलाया है।
स्थानीय लोग और छात्र क्या कह रहे हैं?
इस पूरे मामले ने छात्रों और अभिभावकों में काफी चिंता पैदा की है। एक छात्र ने बताया, "जब यह खबर आई, तो सबको बहुत डर लगा। हम रोज यहां आते हैं, ऐसे में सुरक्षा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। वहीं स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका कहना है कि ऐसी सख्ती से दूसरे अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी गंभीरता से निभाएंगे।
आगे क्या होगा?
अब निलंबित अधिकारियों के खिलाफ एक विभागीय जांच शुरू की जाएगी। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि सुरक्षा मानदंडों का पालन न करने के पीछे उनकी व्यक्तिगत लापरवाही तो नहीं थी। इसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई तय होगी।
दिल्ली में Rau's IAS कोचिंग सेंटर का यह हादसा एक बड़ा सबक है। इसने दिखाया है कि सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के मामले में थोड़ी-सी भी लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। LG की त्वरित कार्रवाई से एक संदेश तो जरूर गया है कि अब ऐसे मामलों में जिम्मेदार लोगों को बचाया नहीं जाएगा। छात्रों की सुरक्षा ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
