मेरठ में दिल दहला देने वाली वारदात:
डोळे बंद कर... मैं लॉकेट पहनाता हूँ” — और पति ने गर्भवती पत्नी को चाकुओं से गोद डाला
मेरठ, उत्तर प्रदेश | 4 अगस्त 2025
पति की क्रूरता ने पत्नी और अजन्मे बच्चे दोनों की जान ले ली। मेरठ में मची सनसनी।
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- उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले से एक रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने न सिर्फ इलाके में सनसनी फैला दी, बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया। एक पति ने अपनी 7 महीने की गर्भवती पत्नी की चाकुओं से निर्मम हत्या कर दी। घटना इतनी भयावह थी कि गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई।
क्या हुआ था उस दिन?
- घटना मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। रविशंकर नामक युवक, जो किसी निजी कंपनी में
- काम करता था, और उसकी पत्नी सुमन (काल्पनिक नाम) के बीच कुछ समय से घरेलू विवाद चल रहा था।
- दोनों के बीच कई बार कहासुनी हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि रविशंकर को शक था कि उसकी पत्नी
- का किसी और से संबंध है। इसी शक ने एक दिन हत्यारा बना दिया।
हत्यारे पति की खौफनाक चाल
- उस दिन सुमन रोज़ की तरह घर के कामों में व्यस्त थी। रविशंकर उसके पास आया और बेहद शांत भाव से बोला –
डोळे बंद कर, मैं तुम्हें लॉकेट पहनाता हूँ..."
सुमन मुस्कुराई, आंखें बंद कीं।
- और उसी क्षण... रविशंकर ने तेज़ चाकू से एक के बाद एक 20 वार कर दिए। गर्दन, पेट और छाती पर इतनी बेरहमी से वार किया कि शरीर लहूलुहान हो गया।
- एक चीख तक बाहर न आ सकी... सुमन वहीं ढेर हो गई। और गर्भ में पल रहा उसका बच्चा... वो भी कभी इस दुनिया की रौशनी न देख सका।
आरोपी ने खुद की पुलिस को कॉल
- हत्या के बाद रविशंकर ने न भागने की कोशिश की, न किसी को फोन किया।
- बल्कि खुद पुलिस को फोन कर बोला
- पुलिस तत्काल मौके पर पहुँची और रविशंकर को हिरासत में ले लिया। हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू और ब्लेड जब्त कर लिए गए।
पुलिस की शुरुआती जाँच में क्या सामने आया?
पुलिस के मुताबिक:
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आरोपी रविशंकर को पत्नी पर शक था।
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बीते कुछ हफ्तों से दोनों में मनमुटाव चल रहा था।
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सुमन के फोन पर आने वाले कॉल्स को लेकर रविशंकर परेशान रहता था।
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हत्या पूरी तरह प्लान की गई थी, अचानक गुस्से में नहीं की गई।
गर्भवती पत्नी और अजन्मे बच्चे की एक साथ मौत
- सुमन सात महीने की गर्भवती थी।
- डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चे में हलचल मौजूद थी, अगर समय रहते इलाज होता, तो शायद उसे बचाया जा सकता था।
- लेकिन पति ने इस मासूम को भी दुनिया में आने से पहले ही मौत की नींद सुला दिया।
पड़ोसियों की प्रतिक्रिया
- घटना के बाद मोहल्ले में मातम पसरा है।
- पड़ोसियों का कहना है:
वे हमेशा सामान्य दिखते थे, कभी अंदाज़ा नहीं था कि रविशंकर ऐसा कर सकता है।
सुमन बहुत शांत और सीधी लड़की थी, हमेशा घर के काम में लगी रहती थी।
अब क्या होगा आगे?
- पुलिस ने रविशंकर के खिलाफ हत्या और अजन्मे शिशु की हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
- धारा 302 (हत्या), 316 (गर्भ में शिशु की हत्या) और घरेलू हिंसा कानून के तहत केस दर्ज है।
- आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। आगे मामले की चार्जशीट तैयार की जा रही है।
समाज के लिए चेतावनी
- यह सिर्फ एक हत्या नहीं, यह प्यार, विश्वास और इंसानियत की हत्या है।
- ऐसे मामलों में जरूरी है कि:
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मानसिक तनाव झेल रहे लोगों को समय पर काउंसलिंग दी जाए।
-
घरेलू हिंसा को नजरअंदाज़ न किया जाए।
-
महिलाओं को सुरक्षित माहौल मिले, और उनके लिए हेल्पलाइन नंबर सक्रिय रहें।
निष्कर्ष
- सवाल ये नहीं कि रविशंकर ने क्यों मारा…
- सवाल ये है कि एक मासूम, अजन्मा बच्चा किस गुनाह की सज़ा पा गया?
- सवाल ये है कि कब तक घरेलू हिंसा को ‘आपसी मामला’ कहकर अनदेखा किया जाएगा?
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