अमेरिका के लिए भारत-अमेरिका संबंध बेहद महत्वपूर्ण: पीएम मोदी से मुलाकात के बाद बोले राजदूत सर्जियो गोरे
नई दिल्ली: शनिवार, 11 अक्टूबर 2025 को अमेरिकी राजदूत-संयुक्त सर्जियो गोरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान, उन्होंने बताया कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री मोदी को "एक महान और व्यक्तिगत मित्र" मानते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत-अमेरिका संबंध अमेरिका के लिए बेहद अहम हैं और इन संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में काम जारी रहेगा। पीएम मोदी और अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोरे की नई दिल्ली में मुलाकात।
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सर्जियो गोरे का बयान और संदेश
सर्जियो गोरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के बीच व्यक्तिगत मित्रता गहरी है। यह दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों का संकेत है। मुझे गर्व है कि मैं इस महत्वपूर्ण समय में अमेरिका का राजदूत बनकर भारत में कार्य कर रहा हूँ। उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए यह सम्मान की बात है कि वे दोनों देशों के संबंधों को और बेहतर बनाने में योगदान दे सकते हैं। गोरे ने यह सुनिश्चित किया कि अमेरिका भारत को हमेशा एक महत्वपूर्ण और भरोसेमंद साझेदार मानता है।
मुलाकात के दौरान चर्चा के मुख्य बिंदु
गोरे ने कहा कि भारत-अमेरिका के संबंध कई स्तरों पर मजबूत हैं। व्यापार, रक्षा, प्रौद्योगिकी, और विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग दोनों देशों के लिए फायदेमंद है। उन्होंने जोर दिया कि इन क्षेत्रों में और भी साझेदारी की संभावनाएँ हैं।
राजदूत ने यह भी बताया कि ट्रंप प्रधानमंत्री मोदी को व्यक्तिगत रूप से सम्मानित और भरोसेमंद मानते हैं। यह मित्रता दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक रिश्तों में स्थिरता लाने में मदद करती है।
सर्जियो गोरे ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर नए प्रोजेक्ट्स और साझेदारियों पर काम करेंगे। उनका उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग और व्यापार को और सुदृढ़ करना है। उन्होंने यह भी कहा कि वे भारत में रहते हुए दोनों देशों के बीच मित्रवत और व्यावसायिक संबंधों को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास करेंगे।
मुलाकात का समय और स्थान
यह महत्वपूर्ण मुलाकात शनिवार, 11 अक्टूबर को नई दिल्ली में हुई। सर्जियो गोरे 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक भारत के आधिकारिक दौरे पर हैं। इस दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है।
सर्जियो गोरे ने बताया कि ट्रंप मोदी को व्यक्तिगत मित्र मानते हैं।https://www.newsrohit.com/2025/10/16.html
भारत-अमेरिका संबंधों पर असर
इस मुलाकात और राजदूत के बयान से स्पष्ट है कि अमेरिका भारत को अपने महत्वपूर्ण साझेदार के रूप में देखता है। व्यापार, सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग के क्षेत्रों में यह मित्रता दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगी।
सर्जियो गोरे की यह टिप्पणी यह भी दर्शाती है कि व्यक्तिगत संबंध और समझौते दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक सहयोग में अहम भूमिका निभाते हैं।
इस मुलाकात ने यह साफ कर दिया कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध केवल औपचारिक नहीं हैं, बल्कि व्यक्तिगत विश्वास और सहयोग पर आधारित हैं। राजदूत सर्जियो गोरे का यह बयान दोनों देशों के बीच स्थिर और मजबूत सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आगे आने वाले समय में, भारत-अमेरिका संबंध और भी मजबूत होंगे और दोनों देश व्यापार, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नई साझेदारियों को आगे बढ़ाएंगे। यह मुलाकात और सर्जियो गोरे का संदेश यह भी दर्शाता है कि व्यक्तिगत मित्रता कभी-कभी राजनीतिक और आर्थिक रिश्तों में भी स्थायित्व और मजबूती लाने में मदद करती है।
