हरियाणा IPS अधिकारी वाई पुरन कुमार की मौत: 9 पेज सुसाइड नोट में शराब ठेकेदारों का लिंक

हरियाणा IPS अधिकारी की मौत: 9 पेज का सुसाइड नोट शराब ठेकेदार से जुड़ा लिंक — IG वाई पुरन कुमार की मौत से उठे कई गंभीर सवाल

करनाल, हरियाणा | 8 अक्टूबर 2025 हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और करनाल रेंज के इंस्पेक्टर जनरल (IG) वाई पुरन कुमार की मौत ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। 54 वर्षीय अधिकारी सोमवार सुबह अपने सरकारी आवास में मृत पाए गए। शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया गया है लेकिन इस केस को गंभीर बना देता है वह 9 पेज का सुसाइड नोट जिसमें IG पुरन कुमार ने शराब ठेकेदारों और कुछ अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

9 पेज के सुसाइड नोट में शराब ठेकेदारों और अफसरों पर आरोप।

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घटना का पूरा विवरण

सूत्रों के अनुसार, 7 अक्टूबर की सुबह करीब 8:30 बजे जब स्टाफ ने IG को फोन किया, तो कोई जवाब नहीं मिला। दोपहर तक दरवाज़ा न खुलने पर कर्मचारियों ने दरवाजा तोड़ा और उन्हें फंदे से लटका पाया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मौके से बरामद 9 पेज के सुसाइड नोट में लिखा गया है कि वे पिछले कुछ महीनों से मानसिक रूप से तनाव में थे। नोट में IG ने साफ लिखा है कि वे कुछ शराब ठेकेदारों और विभागीय अधिकारियों के दबाव और साजिश से परेशान थे। उन्होंने कहा मैंने हमेशा ईमानदारी से काम किया, लेकिन सिस्टम में सच बोलने की कीमत बहुत भारी है। हर दिन झूठे मामलों और झूठी रिपोर्टों से धमकाया जा रहा है। उन्होंने यह भी लिखा कि उनके खिलाफ चरित्र हनन की योजना बनाई गई। नोट में वे यह भी चाहते थे कि उनके द्वारा लिखे गए नामों की जांच की जाए।

कौन थे IG वाई पुरन कुमार?

वाई पुरन कुमार 2001 बैच के IPS अधिकारी थे और हरियाणा कैडर से थे। उन्होंने अंबाला रोहतक गुरुग्राम और फतेहाबाद में SP और DIG के रूप में काम किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार उन्होंने हाल ही में कुछ शराब ठेकेदारों की लाइसेंस प्रक्रिया में अनियमितताओं का खुलासा किया। इसके बाद उन्हें कई राजनीतिक और व्यावसायिक दबावों का सामना करना पड़ रहा था।

                                हरियाणा IPS अधिकारी वाई पुरन कुमार की दुखद मौत।

राजनीतिक दबाव और मानसिक तनाव

करीबी सूत्रों ने बताया कि IG पुरन कुमार पिछले कुछ हफ्तों से बेहद तनाव में थे। वे कई बार कहते थे मैं अपना काम ईमानदारी से कर रहा हूं, लेकिन ऊपर से बहुत प्रेशर है। पड़ोसियों और कर्मचारियों का कहना है कि वे ऑफिस जाने में कम रुचि ले रहे थे। परिवार ने पुलिस को बताया कि कई रातों तक वे जागते रहते और सोचते रहते कि क्या सच बोलना अपराध बन गया है। सरकार और पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया 

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा दुख जताया और कहा

वाई पुरन कुमार एक ईमानदार और निडर अधिकारी थे। सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराएगी। डीजीपी ने विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी है जो सुसाइड नोट में लिखे सभी नामों की जांच करेगी। सोशल मीडिया और आम लोगों की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा और सवाल तेज़ी से फैल रहा है। ट्विटर (X) पर JusticeForYPuranKumar ट्रेंड कर रहा है।

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एक यूजर ने लिखा —

जो अफसर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हैं, वही सिस्टम के शिकार बनते हैं। दूसरे ने कहा — अगर एक IG सुरक्षित नहीं है, तो आम पुलिसकर्मी का क्या हाल होगा। परिवार का दर्द वाई पुरन कुमार अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी ने कहा — वे अंदर से टूट चुके थे। कई रातों को वे जागते रहते, बस सोचते रहते कि क्या सच बोलना गुनाह है। परिवार पूरी तरह सदमे में है और उनके करीबी अब भी उनके मानसिक दबाव की वजह तलाश रहे हैं।

आगे की जांच और संभावना

SIT ने सुसाइड नोट की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है। यह देखा जा रहा है कि कहीं नोट को जबरन तो नहीं लिखा गया। जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि नोट में लिखे अधिकारियों और शराब माफिया के नाम कितने सच हैं। अगर यह खुलासा होता है, तो कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं। IG वाई पुरन कुमार की मौत केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र पर गंभीर सवाल उठाती है। एक ईमानदार अधिकारी का ऐसा जाना बताता है कि सिस्टम में सुधार की कितनी आवश्यकता है।  Abe chak karo ketne word ka hai or human rights me hai na abi pura

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